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Showing posts from June, 2015

इक पन्ना है बरसों से खाली

मैं तुम्हारे किताब का वो पन्ना हूँ जो इस वजह से जुड़ गयी क्योंकि हर किताबं में कुछ पन्ने यूहीं शामिल कर दिये जातें हैं। कुछ लोग ऐसे पन्नों में अपने नाम लिख छोड़ देते हैं तो कु...

गर साथ हो, तो साथ चलो

ये कैसा सन्नाटा है ज़िंदगी जो इस कदर बेबस करती है कि शाम ठले तो तुम्हारी यादें शोर-ग़ुल चैन तबाह कर देती है  इससे अच्छा तो यह होता कि कुछ दूर और हम साथ साथ चलते और यूँही किसी मोड़ पर पलक झपकते तुम कुछ ऐसा केह देती और मे कुछ वैसा सुन जाता कि राह चलते जो इक मोड़ अति तुम इक राह पकड़ती और दुसरे से हम निकल जाते। Audio Rendering

Aawargi

Photo Courstey जिन नज़रों से मै तुम्हें देखता हूँ, उन नज़रों कि कसम वो दुआएं जिनमे  तुम हर पल बस्ती हो उन सभी दुआओं की कसम जिन रातों की चांदनी तुमसे वाबस्ता है ऐसे हर रातों कि कसम जिस सुबह को तुम्हारी गुज़ारिश है उन सभी सुबहों कि कसम जिन घटाओं में शामिल तुम बे वक़्त बरसा करती हो उन सभी घटाओं कि कसम जिन खूबसूरत वादियों में हम तुम शाम ठले मिलते थे उन सभी हसीन वादियों की कसम जिन साँसों में तुम धड़कन बन कर बजती हो उन सभी साँसों कि कसम याद करना तो आया न मुझे पर अब जब भुलाना चाहुँ तो भूल भि न पाऊं रोना तो सीख लिया मैंने ज़िन्दगी  भुलाना तो तुमने सिखाया न मुझे.  You can listen to this poem HERE

My Story

I see those questions in your eyes And I see that my silences And where they come from Surprises you. I can feel you peeking hard Into closed alleyways and corridors Of my silent gentle life And I see you. It's my story And I hold it dear. It is full of longing Full of silent tears. It's not a story that I wish to share For it's my life, And as it unfolds One chapter at a time You will know of it If you are in there.

Amen

In that moment Between looking up And looking down Smiling And holding back that smile Touching And not letting the touch linger on Waiting And not making it look like waiting Is a story well begun .

The Dream Within A Dream

I had this dream. I had this dream that I was floating on a cloud and you were with me. From the mist of wayward dreams, I could feel your fragrance engulfing me. Each time I was confused and frightened and lonely and sad, I could see you pouting at me. The sun was but a glimmer and the birds were catching wind. The dew drops seem to have turned into a translucent liquid, and they were staring at me. And when I opened my eyes. I could feel the softness of your lashes, as they lovingly brushed against mine.